गर्भावस्था में अपनी संतान के लिए बहुत सारे सपने संजोती और अरमान रखती है। वही वह गर्भसंवाद, गर्भ प्रार्थना , गर्भ रक्षा मंत्रो से संतान का पोषण करती है। गर्भ संस्कार हमारे ऋषियों द्वारा बताया और शास्त्रों में लिखा वह अद्भुत ज्ञान है जिसे वैज्ञानिक दृष्टि से भी परखा गया है और उसके प्रभावों को पूरी दुनिया ने माना है।
गर्भ संस्कार से गर्भस्थ शिशु के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास संभव है जो उसे जीवन में सफल और स्वस्थ बनाने के साथ साथ एक अच्छा इंसान बनने में मदद करेंगे।