क्या आपने कभी सोचा है की गर्भ में संतान क्या सोचती है??
हमारे शास्त्र "गर्भोप्निषद" में इसका वर्णन मिलता है. महर्षि पिप्पलाद द्वारा लिखा गया यह एक ऐसा ग्रन्थ है जो माता की गर्भवस्था में शिशु में हो रहे एक एक बदलाव को बहुत ही विस्तार में बताता है..
आइये जानें की संतान गर्भ में क्या सोचती है..